Friday, November 9, 2012

वो महका गुलाब .....

वो महका गुलाब .....

वो महका गुलाब 
ख्यालों में आये,
ख़्वाबों में आए 
वो महका गुलाब .......
वो महका गुलाब .......

वो खुशबू उड़ी क्या 
मधहोश हो गए,
वो जुल्फों का तौबा 
झटक के गिराना।
वो महका गुलाब .......

वो बेहाल में दिल 
उनसे कहें क्या,
वो चुनरी में उनका 
चेहरा छुपाना।
वो महका गुलाब ........

वो चंचल हसीना 
इधर आ रही है,
वो चोखट पे उनकी
पलके बिछाना।
वो महका गुलाब .........
                                                     - ख़ामोश 


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