Tuesday, November 13, 2012

तेरी मोहब्बत

तेरी मोहब्बत 

तेरे होठों की हंसी 
जिन्दगी की एक अमानत बन गयी है,
तेरा साथ नहीं है लेकिन 
मेरी रूह पर वो लिखावट बन गयी है।

कहाँ चला आया हूँ मैं 
मुझे मालूम नहीं,
लेकिन  तेरे लम्हों की चादर 
मेरी राहों की सजावट बन गयी है।

दिल तड़प उठता है 
तेरी जुदाई के गम से,
शुक्र है तेरी मोहब्बत 
मेरी धडकनों की बनावट बन गयी है।
                                                                     - ख़ामोश 



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