तेरी मोहब्बत
तेरे होठों की हंसी
जिन्दगी की एक अमानत बन गयी है,
तेरा साथ नहीं है लेकिन
मेरी रूह पर वो लिखावट बन गयी है।
कहाँ चला आया हूँ मैं
मुझे मालूम नहीं,
लेकिन तेरे लम्हों की चादर
मेरी राहों की सजावट बन गयी है।
दिल तड़प उठता है
तेरी जुदाई के गम से,
शुक्र है तेरी मोहब्बत
मेरी धडकनों की बनावट बन गयी है।
- ख़ामोश
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