वो बारिश की बूंदे
वो बारिश की बूंदों का
गालों से सरकना ,
वो बारिश की बूंदों का
होटों से टपकना,
वो यौवन की आभा का
बारिश में थिरकना',
वो मन का डगर से
बारिश में फिसलना,
क्या आएगा मौसम ये
फिर से दोबारा ,
वो बारिश की बूंदे
वो बूंदों की धारा।
- ख़ामोश
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